कवि
लेखक
भारतवासी
मैं दुनिया से पहले भारत घूमना चाहूँगा❤️
सकरात्मकता आपके आधे रोगों को खत्म कर देती है।
तू दबे पाँव, चोरी-छिपे से न आ, सामने वार कर, फिर मुझे आज़मा। मौत से बेख़बर, ज़िन्दगी का सफ़र, शाम हर सुरमई, रात बंसी का स्वर।
अटल बिहारी वाजपेयी❤️❤️