Nishad Bapat
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Cricket Writer for Sportscafe Social Media marketing firm named 'Stratagem' Also started own sports handle. Check out 'Matchlagaa' on Insta and FB Writing and Reading Poetry is my hobby. क्या दुनिया ने हमको ऐसे ही देखना है?। नादान, नासमझ, लापरवाह देखना हैं। अपना जीना, अपना तरीका, अपनी सोच सोचना ये है खुदको कैसे देखना है। - निषाद
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