SBsagar Borkar@borkararmy107friendsadd sagarदर्द में भी जो हँसना चाहो, तो हँस पाओगे, टूटे फूलों को भी पानी में डालो, तो उनमें भी महक पाओगे, ज़िंदगी किसी ठहराव में, कहीं रुकती नहीं, हिम्मत जो करोगे तो मंज़िल खुद-ब-खुद पा जाओगे !!